By Deeksha Priyadarshi Last Updated:
'मिस यूनिवर्स' विभिन्न देशों के बीच चलने वाले चार सबसे बड़े अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में से एक है। जिसमें, हर देश के प्रतिनिधि इस खिताब को जीतने के लिए हिस्सा लेते हैं। भारत ने इस बार 21 साल बाद 'मिस यूनिवर्स' का खिताब अपने नाम किया है और इसका श्रेय सुपर-टैलेंटेड और स्टनिंग हरनाज कौर संधू (Harnaaz Kaur Sandhu) को जाता है।
सुष्मिता सेन वो पहली भारतीय थीं, जिन्होंने साल 1994 में 'मिस यूनिवर्स' का प्रतिष्ठित खिताब अपने नाम किया था। सुष्मिता सेन के बाद साल 2000 में लारा दत्ता को दूसरी बार 'मिस यूनिवर्स' का ताज पहनाया गया था। अब 21 साल के लंबे इंतजार के बाद भारत को एक बार फिर जीत मिली है। चंडीगढ़ में जन्मी हरनाज कौर संधू इज़राइल में हुई इस प्रतियोगिता के 70वें संस्करण की विजेता बनी हैं। 'मिस यूनिवर्स' के प्रतिष्ठित खिताब को जीतने के लिए, लुक से ज्यादा, बुद्धि और प्रतिभा मायने रखती है। हरनाज कौर संधू वाकई में 'ब्यूटी विथ ब्रेन' हैं। उनका जन्म और पालन-पोषण चंडीगढ़ में हुआ था। उन्होंने 'शिवालिक पब्लिक स्कूल' और 'पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज फॉर गर्ल्स' से अपनी पढ़ाई पूरी की है।
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हरनाज़ कौर संधू की मां रूबी संधू एक डॉक्टर हैं और वर्तमान में 'सोहाना अस्पताल' में वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। हरनाज के पिता पीएस संधू रियल एस्टेट के कारोबार में हैं। हरनाज का जन्म 3 मार्च 2000 को चंडीगढ़ में हुआ था।
हरनाज़ कौर संधू ने इस प्रतियोगिता को जीतने की अपनी यात्रा तब शुरू की थी, जब उन्होंने 2017 में चंडीगढ़ का प्रतिनिधित्व करते हुए 'टाइम्स फ्रेश फेस अवार्ड' जीता था। 2018 में, उन्होंने 'मिस मैक्स इमर्जिंग स्टार इंडिया' का भी खिताब जीता था। इसके अलावा 2019 में, उन्होंने 'फेमिना मिस इंडिया पंजाब' का खिताब जीता था और उसके बाद ही उन्होंने 'फेमिना मिस इंडिया' में हिस्सा लिया था और टॉप 12 में रही थीं।
अगस्त 2021 में हरनाज़ 'मिस डीवा 2021' की टॉप 50 सेमीफाइनलिस्ट में से एक के तौर पर शॉटलिस्ट हुई थीं। इस दौरान हरनाज़ ने कहा था, "नाजुक मानसिक स्वास्थ्य वाली एक युवा लड़की से, जिसने तानों और बॉडी शेमिंग का सामना किया है। एक महिला जो अपनी वास्तविक क्षमता को महसूस कर रही है। एक ऐसी महिला, जो कभी अपने अस्तित्व पर संदेह करती थी से लेकर एक ऐसी महिला तक, जो युवाओं को प्रेरित करने की इच्छा रखती है। आज मैं एक साहसी, जिंदादिल और दयालु महिला के रूप में पूरी दुनिया के सामने गर्व से खड़ी हूं, जो एक उद्देश्य के साथ जीवन जीने और अपनी विरासत को पीछे छोड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है।" सुष्मिता सेन और लारा दत्ता की बात करें तो, उन्होंने इस खिताब को जीतने के बाद अपना फिल्मी करियर शुरू किया था। जबकि, हरनाज़ कौर संधू पहले से ही पंजाबी फिल्म में एक स्थापित नाम हैं। हरनाज़ पहले ही कुछ पंजाबी फिल्मों में काम कर चुकी हैं, जिनमें 'यारा दिया पू बरन' और 'बाई जी कुट्टंगे' जैसी फिल्में शामिल हैं।
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'ई टाइम्स' के साथ एक इंटरव्यू में, हरनाज़ कौर संधू के भाई हरनूर सिंह ने बताया कि, हरनाज को शुरू से ही थिएटर से प्यार था। वह पांच साल की उम्र से बॉलीवुड की प्रशंसक थीं। हरनूर ने कहा, "हरनाज़ को हमेशा से ही नृत्य, संगीत और अभिनय में रुचि रही है। जब वह पांच साल की थी, तो हरनाज़ अपने हाथ में दीया लेकर 'ऐश्वर्या' के लोकप्रिय गीत 'सिलसिला ये चाहत का' पर खूबसूरती से डांस करती थी।"
हरनाज़ कौर संधू ने 21 साल बाद 'मिस यूनिवर्स 2021' का ख़िताब घर लाकर हर भारतीय को गौरवान्वित किया है। 'ई टाइम्स' से बातचीत में हरनाज की मां रूबी संधू ने अपनी बेटी की जीत पर खुशी जाहिर की और कहा, "मैं बहुत उत्साहित हूं और अपनी भावनाओं को व्यक्त नहीं कर सकती। उसकी जीत के बाद मेरे रोंगटे खड़े हो गए थे। आप कह सकते हैं कि, ये सब एक मां की भावनाएं हैं।"
रूबी संधू ने यह भी साझा किया कि, वह अपनी बेटी की सफलता के लिए लगातार प्रार्थना कर रही थीं और इस इंवेट को नहीं देखा, क्योंकि वह एक 'गुरुद्वारा' में थीं। उन्होंने कहा, "मैंने इंवेट नहीं देखा, क्योंकि मैं गुरुद्वारे में प्रार्थना कर रही थी। मैं तो बस यही दुआ कर रही थी कि, हरनाज ताज जीत जाए और भगवान से कहा था कि, मैं घर तभी जाऊंगी, जब मेरी बेटी जीतेगी। मेरे बच्चे मुझे लगातार अपडेट कर रहे थे। जब वह टॉप 3 में पहुंची, तो मैं काफी इमोशनल हो गई थी। जब हरनाज जीती, तो मैं सचमुच एक बच्चे की तरह रो रही थी। मैं इस जीत के लिए भगवान की शुक्रगुजार हूं। मुझे नहीं पता कि, मैं अपनी खुशी को कैसे व्यक्त करूं। गुरुद्वारा में लोग मुझे देख रहे थे, क्योंकि मैं लगातार 'थैंक यू बाबाजी' कह रही थी।
हरनाज़ कौर संधू 21 साल की हैं, लेकिन उनकी समझदारी और सवालों के जवाब ने कॉम्पिटिशन में जजेस पैनल को प्रभावित किया, उस सवाल-जवाब के बारे में जान लेते हैं, जिसके कारण उन्होंने 'मिस यूनिवर्स 2021' का खिताब जीता। टॉप तीन फाइनलिस्ट से पूछा गया था कि, "आज के दबावों से निपटने के लिए युवा महिलाओं को आप क्या सलाह देंगी?" हरनाज़ ने अपने जवाब से सभी को प्रभावित किया था। उन्होंने कहा था, "आज की युवा जिस सबसे बड़े दबाव का सामना कर रही है, वह है खुद पर विश्वास करना। यह जानना कि, आप अद्वितीय हैं, यही.. आपको सुंदर बनाता है। अपनी तुलना दूसरों से करना बंद करें और दुनिया भर में हो रहा जैसी अधिक महत्वपूर्ण चीजों के बारे में बात करें। बाहर आओ, अपने लिए बोलो, क्योंकि आप अपने जीवन की नेता हैं। आप अपनी आवाज हैं। मुझे खुद पर विश्वास था और इसलिए मैं आज यहां खड़ी हूं।"
'मिस यूनिवर्स 2021' का खिताब जीतने के बाद, हरनाज़ कौर संधू फिलहाल न्यूयॉर्क में रहेंगी और विश्व स्तर पर कई सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों में भाग लेंगी।
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फिलहाल, हम 'मिस यूनिवर्स' बनने के लिए हरनाज कौर संधू को बधाई देते हैं। 21 साल बाद भारत को ताज वापस देने के लिए हम हरनाज के आभारी हैं। आपको हरनाज से जुड़ी ये जानकारी कैसी लगी? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही कोई सुझाव हो तो अवश्य दें।