जब शर्मिला टैगोर के घर पटौदी ने भेजे थे 7 फ्रिज, लेकिन नहीं पिघला था एक्ट्रेस का दिल, ऐसी है स्टोरी

आज हम आपको अपनी इस खास रिपोर्ट में शर्मिला टैगोर और मंसूर अली खान पटौदी उर्फ टाइगर की बेहद दिलचस्प प्रेम कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं।

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By Sachin Kumar Last Updated:

जब शर्मिला टैगोर के घर पटौदी ने भेजे थे 7 फ्रिज, लेकिन नहीं पिघला था एक्ट्रेस का दिल, ऐसी है स्टोरी

लोग अपनी माशूक़ा को पाने के लिए जाने क्या कुछ नहीं करते हैं। कोई नदी में छलांग लगाने को तैयार हो जाता है, तो कोई बहुमंजिला इमारत से अपने प्राणों की आहुति देने पर आमादा हो जाता है। भला अब करे तो करे भी क्या...कमबख्त ये मोहब्बत है ही ऐसी चीज...आज तक इस मर्ज को कोई समझ नहीं पाया...लेकिन, अतीत भी इस बात की बखूबी तस्दीक करता है कि आज तक जो कोई भी इसकी गिरफ्त में आया, उसका हाल तो बेहाल ही हुआ है।

कुछ ऐसी ही कहानी है, हम सबके अज़ीज़ रहे भारतीय क्रिकेट टीम के भूतपूर्व कप्तान मंसूर अली खान पटौदी (Mansoor Ali Khan) और भारतीय सिनेमा जगत की सर्वविख्यात अदाकारा शर्मिला टैगोर (Sharmila Tagore) की। हम आपको अपनी इस खास रिपोर्ट में बताने जा रहे हैं कि कैसे पटौदी शर्मिला टैगोर को दीवानों की तरह चाहने लगे थे। हम आपको बताएंगे कि शर्मिला को पाने के लिए पटौदी ने कितने जतन किए थे। हम आपको यह भी बताएंगे कि सात फ्रिज बतौर उपहार देने पर भी आखिरकार क्यों पटौदी को भाव नहीं दी थीं शर्मिला टैगोर? लेकिन एक कहावत तो आपने सुनी ही होगी न, कि कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। जी हां, बिल्कुल! पटौदी साहब के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। बेशुमार कोशिशों ने मिलकर अंत में उनकी झोली में सफलता डाल ही दी थी। तो आइए शुरू करते हैं इनकी प्रेम कहानी का सफर।

ऐसे आया था शर्मिला टैगोर पर मंसूर अली का दिल

यह किस्सा उस वक्त का है, जब शर्मिला टैगोर अपने करियर की बुलंदियों पर पहुंच चुकी थीं। अभिनेत्री एक से बढ़कर एक हिट फिल्में दे रही थीं। फिल्म जगत में लगातार उनका सिक्का चल रहा था। अपनी शानदार अदाकारी से उऩ्होंने अपनी काबिलियत की नुमाइश फिल्मी पर्दे पर बखूबी कर दी थी। हर कोई उनकी अदाकारी का दीवाना था। उस बीच भारतीय क्रिकेट टीम में नवाब पटौदी का सिक्का भी चल रहा था। उनकी शानदार बल्लेबाजी का हर कोई दीवाना था। उन्होंने कई मौकों पर भारतीय टीम को जीत दिलाई थी। पटौदी साहब की बल्लेबाजी का हर कोई कायल था, लेकिन यहां पटौदी साहब जिस पर कायल थे, वो तो उन्हें भाव ही नहीं देती थी। (ये भी पढ़ें: सुरों के सरताज एआर रहमान दो आलीशान बंगलों के हैं मालिक, घर में बनाया हुआ है स्टूडियो, देखें फोटोज)

जी हां, हो सकता है कि यह पढ़कर आपको थोड़ा अचरज हो रहा हो कि आखिर जिसकी बल्लेबाजी का हर शख्स दीवाना था, आखिर कोई उन्हें कैसे भाव नहीं दे सकता, लेकिन यह सच्चाई है कि जहां एक तरफ पटौदी साहब शर्मिला टैगोर को पाने के लिए जितनी ज्यादा रणनीतियों का इस्तेमाल कर रहे थे, तो वहीं शर्मिला का रूख उतना ही ज्यादा टाइगर के लिए सख्त होता जा रहा था।

एक बार तो, पटौदी ने शर्मिला को इम्प्रेस करने के लिए उनके घर पर 7-7 रेफ्रिजरेटर तक भेज दिए थे, लेकिन शर्मिला कहां इतनी जल्दी मानने वालों में से थीं। उस जमाने में इतनी बेशकीमती और शानो-शौकत भरे उपहारों को देने के बाद भी पटौदी साहब के हाथों निराशा ही लगी। बताया जाता है कि जब कभी शर्मिला क्रिकेट के मैदान में खेल का लुत्फ उठाने के लिए स्टेडियम जाती थीं, तो पटौदी साहब सिक्सर मारकर अभिनेत्री का इस्तकबाल करते, लेकिन पटौदी साहब छक्के मार लें या चौके मार लें, शर्मिला नहीं मानने वाली थीं, लेकिन बांध भला कितना भी मजबूत क्यों न हो, एक दिन टूटता जरूर है। कुछ ऐसा ही हुआ शर्मिला टैगोर के साथ भी। आखिरकार, काफी कश्मकश के बाद एक वक्त ऐसा भी आया, जब शर्मिला टैगोर का पत्थर जैसा दिल पटौदी साहब के लिए मोम हो ही गया और आहिस्ता-आहिस्ता अभिनेत्री का दिल भी अब उनके लिए धड़कने लगा था।

लेकिन, आगे की राह नहीं थीं आसान

लेकिन, अब दोनों ही प्रेमी युगल के लिए आगे की राह आसान नहीं थीं। जहां एक तरफ शर्मिला टैगोर बंगाली हिंदू परिवार से ताल्लुक रखती थीं, तो वहीं पटौदी साहब के ताल्लुकात एक रूढ़िवादी मुस्लिम परिवार से थे। ऐसे में सभी को यही लगता था कि इन दोनों के मोहब्बत की हसीन दास्तान कभी मुकम्मल नहीं हो पाएगी। दोनों के घर वाले कभी-भी इस शादी के लिए राज़ी नहीं होंगे। उस वक्त लोगों का मानना था कि न ही पटौदी साहब के परिवार वाले शर्मिला टैगोर को अपनी बहू के रूप में कभी कबूल करेंगे और न ही शर्मिला के परिवार वाले कभी अपनी बेटी का विवाह किसी मुस्लिम लड़के के साथ करेंगे। (ये भी पढ़ें: कॉमेडियन कपिल शर्मा की पांच सबसे महंगी चीजें, करोडों का है बंगला तो चलते हैं इस रॉयल कार से)

लोगों का ऐसा कहना था कि अगर दोनों की शादी हो भी गई, तो यह रिश्ता ज्यादा दिनों तक चल नहीं पाएगा। वहीं, दोनों के शुभचिंतक दोनों को शादी न करने की हिदायत दे रहे थे। कह रहे थे कि यह दोनों के लिए अच्छा रहेगा कि वे शादी न करें, चूंकि दोनों में बहुत असमानताएं हैं। खैर, एक बहुत पुरानी कहावत है, सुनी ही होगी आपने, 'जब मिया बीवी राजी तो फिर क्या करेगा काज़ी'..जी हां, बिल्कुल! कुछ ऐसा ही हुआ दोनों के परिवार वालों के साथ भी।

दोनों ही अपने परिवार वालों को मनाने में कामयाब रहे, और अंत में दोनों की सगाई हो गई। उन लोगों के कयास गलत साबित हो गए, जो कह रहे थे कि शादी नहीं हो पाएगी। लेकिन, फिर कयासों का नया दौर शुरू हो गया, जिसमें कहा जाने लगा था कि इन दोनों की शादी ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाएगी, और उन कयासों को उस वक्त और बल मिल गया, जब शर्मिला ने बिकिनी पहनकर फोटोशूट करवा लिया था।

बता दें, ऐसा करके शर्मिला ने भारतीय सिनेमा जगत में एक नया पैमाना स्थापित किया था। चूंकि, शर्मिला से पहले उस वक्त फिल्मी दुनिया में किसी भी अभिनेत्री ने बिकिनी पहनकर फोटो शूट नहीं कराया था। इसके बाद से यह कहा जाने लगा था कि अब भला पटौदी साहब का खानदान किसी ऐसी लड़की को अपनी घर की बहू बनाने के लिए कैसे राजी होगा, जो इस तरह खुलेआम अपने जिस्म की नुमाइश करती हो। उस वक्त ऐसा लगने लगा था कि अब इन दोनों के मोहब्बत की नींव दरकने लगी है। लोगों को ऐसा लगने लगा था कि यह रिश्ता अब ज्यादा दिनों तक चल नहीं पाएगा। यह रिश्ता अब कांच की तरह चकनाचूर हो जाएगा।

लेकिन फिर शादी भी हुई, और लोगों का मुंह भी बंद हुआ

मगर, उस वक्त लोगों का मुंह हमेशा के लिए बंद हो गया, जब शर्मिला टैगोर और पटौदी 27 दिसंबर 1969 को हमेशा के लिए एक-दूजे के हो गए। फिर, लोगों ने कयास लगाने ही बंद कर दिए। शर्मिला का नाम आयशा सुल्ताना हो गया और एक्ट्रेस ने शादी के बाद अपने काम और परिवार दोनों को अच्छे से मैनेज किया था।

बताया जा रहा था कि शादी के बाद शर्मिला टैगोर को उनके सुसराल वाले फिल्मों में काम करने की इजाजत नहीं देंगे, लेकिन लोगों के यह दावे भी गलत साबित हुए। शर्मिला ने शादी के बाद भी फिल्मों में अपने शानदार अभिनय से प्रशंसकों के दिलों में अपने लिए खास जगह बनाई। पटौदी साहब ने भी उनके काम को लेकर कभी कोई एतराज नहीं जताया, और जो लोग इस बात के कयास लगा रहे थे कि यह शादी ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाएगी। उनके लिए तो इतना जानना ही काफी है कि शादी के बाद कभी-भी दोनों के रिश्तों में किसी बात को लेकर खटास नहीं आई। (ये भी पढ़ें :जब आलिया भट्ट की मां सोनी राजदान से सख्त नफरत करती थीं पूजा भट्ट, जानें क्या थी वजह)

शर्मिला का पटौदी से साथ तब छूटा, जब वे इस दुनिया को अलविदा कह गए। बता दें कि 2011 में पटौदी खान इस दुनिया को हमेशा-हमेशा के लिए अलविदा कह गए। शर्मिला ने पटौदी के साथ 42 सालों तक साथ रहकर उन सभी लोगों के दावे को गलत साबित कर दिया, जो यह कहते नहीं थक रहे थे कि यह रिश्ता ज्यादा दिनों तक नहीं चल पाएगा। शर्मिला टैगोर और क्रिकेटर मंसूर अली खान 'पटौदी' के तीन बच्चे हैं। सैफ अली खान, सबा अली खान और सोहा अली खान। सैफ से छोटी और सोहा से बड़ी सबा अली खान फिल्मी दुनिया से दूर रहती हैं, वो लाइमलाइट से भी दूर ही रहना पसंद करती हैं। सबा इस मशहूर फिल्मी खानदान से ताल्लुक रखते हुए भी इस इंडस्ट्री से दूर रहीं और उन्होंने ज्वेलरी डिजाइनिंग में अपना करियर बनाया है। 45 साल की सबा सिंगल व इंडिपेंडेंट हैं।

Saif Ali Khan Family

वहीं, सोहा ने अभिनेता कुणाल खेमू संग शादी रचाई है, उनको एक बेटी है, जिसका नाम इनाया नौमी खेमू है। कई हिट फिल्मों में काम करने वाले सैफ ने अपनी लाइफ में दो शादियां कीं। सैफ ने पहली शादी अपनी उम्र से 12 साल बड़ी एक्ट्रेस अमृता सिंह से की थी, बाद में रिश्ते में दरार आने के बाद सैफ ने उन्हें तलाक देकर करीना कपूर खान से शादी कर ली। जहां अमृता से सैफ को एक बेटा इब्राहिम और बेटी सारा अली खान हैं। तो वहीं, करीना से तैमूर अली खान हैं। करीना ने 21 फरवरी 2021 को अपने दूसरे बेटे को जन्म दिया। हालांकि, अभी तक उसका नाम अथवा फोटो सामने नहीं आई है।

तो आपको शर्मिला टैगोर और मंसूर अली खान की प्रेम कहानी कैसी लगी? हमें कमेंट करके जरूर बताएं, साथ ही हमारे लिए कोई सलाह हो तो अवश्य दें।

(फोटो क्रेडिट: इंस्टाग्राम)
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