बॉलीवुड के मशहूर गायक कुमार सानू (Kumar Sanu) के गानों को सुनने के बाद हर कोई उसी में खो जाने को मजबूर हो जाता है। सिंगर आज जिस मुकाम पर हैं, इसके लिए उन्होंने बहुत संघर्ष किया है। एक बार तो उन्हें अपने गाने के लिए गाली भी सुननी पड़ गई थी। जी हां, सही पढ़ा आपने। कुमार सानू ने अपने हालिया इंटरव्यू में खुलासा किया है कि फिल्म '1942: ए लव स्टोरी' के म्यूजिक कंपोजर आरडी बर्मन ने फिल्म के पॉपुलर सॉन्ग 'एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा' को रिकॉर्ड करने के बाद उन्हें गाली दी थी। उन्होंने इसकी वजह का भी खुलासा किया है।
एक नए साक्षात्कार में गायक ने याद किया कि कैसे दिवंगत संगीतकार ने उन्हें हिट होने के लिए गाने में प्रत्येक 'जैसे' को अलग तरीके से गाने के लिए कहा था। कुमार सानू ने यह भी कहा कि गाने को रिकॉर्ड करने के बाद आरडी बर्मन ने उन्हें 'गले लगाया और गाली देना शुरू कर दिया था।'
फिल्म '1942: ए लव स्टोरी' साल 1994 में रिलीज़ हुई थी, जिसका निर्देशन विधु विनोद चोपड़ा ने किया था। इसमें अनिल कपूर, मनीषा कोइराला, जैकी श्रॉफ, अनुपम खेर, डैनी डेन्जोंगपा और प्राण हैं। जबकि आरडी बर्मन ने फिल्म के लिए संगीत तैयार किया था, गाने के बोल जावेद अख्तर ने लिखे थे। आरडी बर्मन का यह आखिरी प्रोजेक्ट था, जो कि फिल्म की रिलीज से पहले ही इस दुनिया को अलविदा कहकर चले गए थे।
'इंडियन एक्सप्रेस' के साथ एक साक्षात्कार में कुमार सानू ने कहा, "पंचम दा (आरडी बर्मन) गायन कक्ष में आए और मुझसे कहा, 'देखो इस गीत में बहुत सारे 'जैसे' शब्द हैं। जैसे खिलता गुलाब, जैसे शायर का ख्वाब, जैसी उजली किरण, जैसे बन में हिरन...' सिर्फ एक मुखड़े में कई 'जैसे' थे। उन्होंने मुझसे कहा, 'सानू, मैं चाहता हूं कि 'जैसे' का हर जिक्र एक-दूसरे से अलग हो। समान ध्वनि नहीं होनी चाहिए।' उन्होंने मुझसे कहा कि अगर मैं प्रत्येक 'जैसे' को स्पेशल रूप से गा सकता हूं, तो मेरा गाना हिट है!"
उन्होंने यह भी कहा, "मैंने हर बार शब्द को अलग-अलग तरीके से गाने की कोशिश की और गाना हिट हो गया! पंचम दा की सोच बहुत अच्छी थी। वह एक दूरदर्शी थे। यह जानने का बेहद क्रिएटिव तरीका था कि आप एक गाना कैसे चाहते हैं। जब रिकॉर्डिंग हो गई तो उन्होंने मुझे गले से लगा लिया, मेरे माथे को चूम लिया और गालियां देने लगे। अगर उन्हें कुछ अच्छा लगता था, अगर उन्हें रिकॉर्डिंग अच्छी लगती थी, तो वे बहुत गालियां देते थे। मां, पापा, सभी को। जब मुझे शुरू में यह पता नहीं था, मैंने अपने बगल में किसी से पूछा- 'वह मुझे गाली क्यों दे रहे हैं?' तब मुझे बताया गया, 'क्योंकि उन्हे वास्तव में यह पसंद आया!"
इस गीत के लिए कुमार सानू ने 'बेस्ट मेल प्लेबैक सिंगर' का 'फिल्मफेयर पुरस्कार' जीता। इसके अलावा, सिंगर ने फिल्म में 'रिमझिम रिमझिम रुमझुम रुमझुम', 'रुत ना जाना' और 'कुछ ना कहो' जैसे कई अन्य गानों को भी अपनी आवाज दी है।
आरडी बर्मन ने फिल्म 'तीसरी मंजिल' (1966), 'बहारों के सपने' (1967), 'प्यार का मौसम' (1969), 'यादों की बारात' (1973), 'पड़ोसन' (1968) और 'कटी पतंग' (1970) सहित कई फिल्मों के लिए संगीत तैयार किया था। इसके अलावा, वह फिल्म 'हरे रामा हरे कृष्णा' (1971), 'सीता और गीता' (1972), 'शोले' (1975) और 'आंधी' (1975), 'गोल माल' (1979) और 'खूबसूरत' (1980) के संगीत निर्देशक भी थे।
कुमार सानू की प्रोफेशनल लाइफ से ज्यादा उनकी पर्सनल लाइफ भी सुर्खियों में रही है। जहां उन्होंने दो शादियां की हैं, तो वहीं अपने जमाने में उनका नाम कई एक्ट्रेसेस के साथ भी जुड़ चुका है। कुमार सानू की लव लाइफ के बारे में विस्तार से जानने के लिए यहां क्लिक करें।
फिलहाल, कुमार सानू के इस खुलासे पर आपका क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।