‘कोई दीवाना कहता है, कोई पागल समझता है’ और ‘अमावस की काली रातों में’ जैसी अपनी कविताओं से मशहूर हिंदी कवि और प्रवक्ता कुमार विश्वास ने कई लोगों का दिल जीता है।
कुमार विश्वास करोड़ों की संपत्ति के मालिक हैं। उन्होंने अपने होम टाउन पिलखुवा (उत्तर प्रदेश में स्थित गांव) में एक सुंदर घर बनाया है, जो उनके व्यक्तित्व को दर्शाता है।
कुमार विश्वास ने अपने होम टाउन में अपना एक शानदार घर बनवाया है, जिसका इंटीरियर गांव के घरों की तरह बनाया गया है। उन्होंने अपने घर को ‘केवी कुटीर’ नाम दिया है।
कुमार विश्वास का ये घर कई मायनों में प्राकृतिक जुड़ाव महसूस कराता है और उसकी खासियत जमीन से जुड़ी हुई है। कुमार विश्वास ने अपने घर की दीवारों पर गांव का टच दिया है।
उन्होंने अपने घर की दीवारों को पीली मिट्टी, बालू, गोबर, चूना, इस्तेमाल में न आने वाली दालों का चूरा, लसलसे पेड़ों (लसोड़े, आंवला, गूलर, शीशम) के अवशेष से मिलाकर बनवाया है। इसे वैदिक प्लास्टर कहते हैं।
कुमार के घर की दीवारें एंटीबैक्टिरियल व तापमान नियंत्रक है, जो हमारे पूर्वजों की वास्तुकला को पुनर्जीवित करता है। उनके घर के अंदर एक बड़ा सा लॉन एरिया है, जहां कस्टमाइज्ड तालाब और मैदान बने हुए हैं।
कुमार विश्वास के घर में लाइब्रेरी भी है, जहां उन्होंने कई सारी किताबें रखी हुई हैं और खास बात ये है कि, उस लाइब्रेरी शेल्फ में लाइटिंग लगी हुई हैं, जो किताबों पर रोशनी देती हैं।
लाइब्रेरी के अंदर ही कुमार विश्वास का स्टूडियो भी है, जहां वह अभ्यास करते हैं। उन्होंने घर के अंदर अपना ऑफिस भी बनवा रखा है।
वह अपने घर में खेती भी करते हैं। उन्होंने यहां गाय भी पाला है और ट्रैक्टर भी रखा हुआ है।
यही नहीं, उनके घर के लॉन एरिया में कई कलाकृति भी बनी हुई हैं, जो उनके घर को अलग लुक देती हैं। एक कलाकृति बेहद खास है, क्योंकि वह उनके कवि के व्यक्तित्व को दर्शाती है।