हाल ही में, दिवंगत कॉमेडियन और एक्टर राजू श्रीवास्तव की पत्नी शिखा श्रीवास्तव ने अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में राजू के निधन पर खुलकर बात की है। आइए आपको विस्तार से बताते हैं।
दिवंगत कॉमेडियन और एक्टर राजू श्रीवास्तव (Raju Srivastava) की मौत ने हर किसी को तगड़ा झटका दिया था। 21 सितंबर 2022 को कार्डियक अरेस्ट आने के कारण राजू श्रीवास्तव दिल्ली के एम्स में अपनी जिंदगी की जंग हार गए थे। उनकी मौत के बाद उनके तमाम सपने भी अधूरे रह गए थे, जो उन्होंने अपने परिवार के लिए देखे थे, लेकिन अब उनके सपने अधूरे नहीं रहेंगे, क्योंकि उनके इन अधूरे सपनों को उनकी पत्नी शिखा श्रीवास्तव ने पूरा करने का फैसला किया है। जी हां, अपने एक लेटेस्ट इंटरव्यू में शिखा ने राजू श्रीवास्तव के निधन के बाद उनकी जिंदगी कैसे पलटी और उन्होंने खुद को कैसे संभाला इस पर खुलकर बात की है। साथ ही यह भी बताया है कि वह अपने दिवंगत पति के हर अधूरे सपने को पूरा करेंगी।
'आजतक' के साथ एक खास बातचीत में शिखा श्रीवास्तव ने बताया कि कैसे राजू श्रीवास्तव के जाने के बाद उनकी जिंदगी बदल गई। उन्होंने कहा, ''मेरी जिंदगी तो पूरी तरह बदल गई है। मैं शायद इसे कभी बयां भी नहीं कर पाऊंगी। शरीर तो उनका गया है, पर मेरी जिंदगी चली गई। मेरी जिंदगी का आधे से ज्यादा हिस्सा उनके साथ गुजरा था। मैं उन्हें बचपन से जानती थी। उनके बड़े भाई से मेरी कजिन सिस्टर की शादी हुई। हमारी मुलाकात शादी में ही हुई थी और तभी से हमारा जुड़ाव हो गया था।''
राजू श्रीवास्तव के जाने के बाद शिखा की जिंदगी में जो बुरा दौर गुजरा, उसके बारे में बात करते हुए शिखा ने कहा, ''जब मैं उनसे (राजू श्रीवास्तव) शादी करके लखनऊ से मुंबई आई थी, तो मन में काफी सवाल थे। मैं एक ऐसे इंसान के साथ शादी करके घर बसा रही थी, जिनका जॉब टाइम रेगुलर नहीं है। वह (राजू श्रीवास्तव) काम संभालते थे और मैं घर संभालती थी। मेरा पूरा ध्यान हमेशा राजू और बच्चों पर ही होता था। उनके जाने के बाद मुझे समझ ही नहीं आ रहा था कि मैं क्या करूं। पर शायद बुरा वक्त ही इस बात की परख करवाता है कि आप कितने स्ट्रॉन्ग हैं।''
आगे शिखा ने राजू श्रीवास्तव के अधूरे सपने के बारे में बात करते हुए बताया, ''राजू जी हमेशा ऑफिस संभालने के लिए कहते थे, लेकिन मैं टालती रहती थी, क्योंकि मुझे तब इसमें इंट्रेस्ट नहीं आता था, लेकिन अब राजू जी देख रहे होंगे, तो जरूर खुश होंगे कि शिखा सब संभाल लेगी। अभी भी ऐसा लगता है जैसे कोई बुरा सपना देख रही हूं और वह बस टूट जाए। हिम्मत तो नहीं है, लेकिन काम करना है तो हिम्मत आ रही है। राजू जी जो कुछ भी अधूरा छोड़कर गए हैं, अब सब पूरा करना है। बच्चों को सैटल करने के साथ-साथ उनका काम भी संभालना है।''
खैर, राजू श्रीवास्तव के जाने का दुख हर किसी को है, लेकिन फिर भी जो दुख उनके परिवार को है उसे कोई नहीं समझ सकता है। हम बस यही चाहेंगे कि शिखा और उनका परिवार यूं ही स्ट्रॉन्ग बना रहे। फिलहाल, आप इस पर क्या सोचते हैं? हमें कमेंट में जरूर बताएं।