16 साल की उम्र में हुई थी एक्ट्रेस बिंदु की शादी, जानें एक्ट्रेस क्यों नहीं बन पाईं कभी मां

बॉलीवुड की मशहूर 'वैंप' बिंदु आज भी लोगों के दिलों पर राज करती हैं। आज हम आपको बिंदु और उनके पति चंपक जावेरी की लव स्टोरी के बारे में बताते हैं, जो छोटी सी उम्र में शुरू हो गई थी।

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By Kavita Gosainwal Last Updated:

16 साल की उम्र में हुई थी एक्ट्रेस बिंदु की शादी, जानें एक्ट्रेस क्यों नहीं बन पाईं कभी मां

बॉलीवुड इंडस्ट्री में हमेशा से ही टॉप एक्टर्स और एक्ट्रेस का दबदबा रहा है। साफ शब्दों में कहा जाए, तो फिल्म इंडस्ट्री में हीरो और हीरोइन की चलती है। इस इंडस्ट्री में समय-समय पर कई टॉप एक्ट्रेसेस आई हैं, जिन्होंने फैंस के दिलों पर राज किया है। इस लिस्ट में सदाबहार एक्ट्रेस रेखा, माधुरी दीक्षित, शिल्पा शेट्टी, प्रियंका चोपड़ा, दीपिका पादुकोण, कटरीना कैफ समेत कई एक्ट्रेसेस शामिल हैं, लेकिन ये भी सच है कि जहां इंडस्ट्री में हीरोइन की तगड़ी फैन फॉलोइंग होती है, तो वहीं, ‘वैंप’ भी किसी से कम नहीं होतीं। फिल्म इंडस्ट्री में ऐसी कई एक्ट्रेसेस हैं, जिन्होंने अपनी पहचान लीड एक्ट्रेस नहीं बल्कि, ‘वैंप’ के रूप में बनाई है, जो अक्सर फिल्मों में अपने हुस्न के जाल में एक्टर को फसांती हुई नजर आती थीं। इस लिस्ट में सुपरहिट खलनायिका बिंदु (Bindu) का नाम शामिल है। बिंदु अपने जमाने की टॉप ‘वैंप’ रह चुकी हैं। उनकी शानदार अदाकारी की वजह से हर कोई उनके साथ काम करना चाहता था। आज हम आपको बिंदु की जिंदगी से जुड़े कुछ अनसुने किस्से बताते हैं, जो यकीनन आपको नहीं पता होंगे।

बचपन में हुआ था चंपक जावेरी से प्यार

बिंदु की लव स्टोरी उनके फिल्मी किरदार की तरह काफी ज्यादा दिलचस्प है, तो पहले आपको एक्ट्रेस की क्यूट और मजेदार लवस्टोरी के बारे में बताते हैं। 17 जनवरी 1951 में गुजरात के वलसाड में जन्मी बिंदु बहुत छोटी उम्र में अपने पड़ोसी चंपक जावेरी को दिल दे बैठी थीं। जब बिंदु की चंपक से पहली बार मुलाकात हुई थी, तब वह मुंबई में शिफ्ट हो चुके थे। उन दिनों वह मुंबई के तारादेव में रहती थीं और वहां पर वह स्कूल भी जाया करती थीं, जिससे आप भी अंदाजा लगा सकते हैं कि बिंदु और चंपक की लव स्टोरी किस जमाने में शुरू हुई थी। बचपन का प्यार जवानी में दोनों के बीच और ज्यादा मजबूत हो गया। इसी वजह से दोनों ने शादी करने का फैसला भी ले लिया, लेकिन ये इतना आसान भी नहीं था। बिंदु और चंपक को अपने-अपने परिवार के विरोध का सामना करना पड़ा था, लेकिन दोनों अपने प्यार के लिए अड़े रहे और फिर दोनों ने परिवार के खिलाफ जाकर शादी कर ली। जब बिंदु ने चंपक से शादी की थी, तब वह महज 16 साल की थीं और आज चंपक और बिंदु अपनी मैरिड लाइफ में काफी ज्यादा खुश हैं।

बिंदू ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘चंपक तारादेव (मुंबई) के सोनावाला टैरेस में मेरे पड़ोसी थे। वह मुझसे पांच साल बड़े थे। मैं आसानी से उनसे प्यार नहीं कर पाई थी। मैंने उन्हें काफी परेशान किया। वह मुझे अक्सर आउटिंग के लिए कहते थे और मैं उनसे समय मांग लेती थी, लेकिन मैं उनकी बात का जवाब भी नहीं देती थी। ऐसा मैंने उनके साथ कई बार किया था, जिस वजह से उन्हें गुस्सा भी आता था, लेकिन वह कभी भी मुझे पर अपना गुस्सा जाहिर नहीं करते थे। उनके इसी व्यवहार की वजह से मुझे एहसास हुआ था कि ये सिर्फ आकर्षण या वासना नहीं है, बल्कि वे मुझसे सच्चा प्यार करते हैं। इसी वजह से हम दोनों ने शादी करने का फैसला लिया, लेकिन हमारे परिवार ने हमारे इस फैसले का विरोध किया था। हम भी अड़े रहे और बाद में शादी कर ली। तब से वे मेरे साथ एक पिता की तरह रहे हैं।’

अपने एक दूसरे इंटरव्यू में बिंदु ने अपनी जिंदगी के सबसे दुख भरे पल का जिक्र भी किया था, जो साल 1977 से 1980 के बीच आया था। एक्ट्रेस ने बताया था, ‘हमने बेबी प्लान किया और मैं उस समय प्रेग्नेंट भी हुई थी। अपने बच्चे के लिए मैंने प्रेग्नेंसी के तीन महीने बाद ही काम करना बंद कर दिया था, ताकि आने वाले नन्हे मेहमान को किसी भी तरह की परेशान न हो। लेकिन सातवें महीने में मेरा मिसकैरेज हो गया। मैं पूरी तरह टूट गई। यह किस्मत की बात है। हर इंसान हर चीज को नहीं पा सकता है। मेरी तरह मेरे हसबैंड भी काफी निराश हो गए थे, लेकिन उस मुश्किल घड़ी में उन्होंने मेरा सबसे ज्यादा ध्यान रखा था। उस मुश्किल समय से निकलने में मुझे काफी समय लग गया था। मैं दोबारा पांच महीने बाद काम पर लौटी थी।’

पिता चाहते थे डॉक्टर बनाना

अभिनेत्री बिंदु की मां एक स्टेज परफॉर्मर थीं, जिस वजह से बिंदु का झुकाव अभिनय की दुनिया की तरफ शुरू से रहा था। वह बचपन से ही एक शानदार अभिनेत्री बनना चाहती थीं, लेकिन बिंदु के पिता नानूभाई देसाई कभी नहीं चाहते थे कि उनकी बेटी एक्टिंग की दुनिया में कदम रखे। बल्कि वह तो चाहते थे कि उनकी बेटी बिंदु पढ़-लिखकर एक डॉक्टर बने। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था, बिंदु ने बहुत छोटी उम्र में अपने पिता को खो दिया था। पिता की मौत के बाद छोटी सी बिंदु घर की सबसे बड़ी सदस्य बन गईं। 7 बहनों और 1 भाई में वह सबसे बड़ी थीं, जिस वजह से पूरे घर की जिम्मेदारी बिंदु के नाजुक कंधों पर अपने आप आ गई। अपने एक इंटरव्यू में बिंदु ने बताया था कि जब उनके पिता का निधन हुआ था, तो फैमिली को सपोर्ट करने के लिए वह मॉडलिंग करने लगी थीं। उन्होंने कहा था, ‘मेरे शरीर की बनावट ऐसी थी, कि मैं 11 साल की उम्र में 16 की लगती थी। इसी वजह से मुझे छोटी उम्र में कई प्रोजेक्ट्स मिल गए थे। मैंने फिल्मों में आने से पहले कई डॉक्यूमेंट्रीज में काम किया था, लेकिन फिर मुझे मोहन कुमार की फिल्म ‘अनपढ़’ मिली, जिससे मैंने बॉलीवुड में कदम रखा।’

'शब्बो' और 'मोना' के किरदार ने दी असली पहचान

बिंदु ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत महज 11 साल की उम्र में की थी। उनकी पहली फिल्म ‘अनपढ़’ साल 1962 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में वह माला सिंह की बेटी बनी थीं। इसके बाद उन्होंने बतौर लीड एक्ट्रेस का रोल पाने के लिए काफी मशक्कत की, लेकिन फिल्मों में उन्हें लीड एक्ट्रेस का रोल नहीं मिला। साल 1969 में बिंदु के हाथ अभिनेता राजेश खन्ना की फिल्म ‘दो रास्ते’ लगी। इस फिल्म में उनके डांस और एक्टिंग ने हर किसी का दिल जीत लिया था। इसके बाद बिंदु ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। एक्ट्रेस के हाथ एक से बढ़कर एक फिल्में लगीं, जिसमें ‘इत्तेफाक', 'डोली' और 'आया सावन झूम के' शामिल हैं, लेकिन साल 1971 में रिलीज हुई फिल्म ‘कटी पतंग’ ने बिंदु को फिल्म इंडस्ट्री में एक नया नाम दिया। इस फिल्म में बिंदु के किरदार का नाम ‘शबनम’ था और उनका इस फिल्म में एक डायलॉग भी था, ‘मेरा नाम है शबनम...प्यार से लोग मुझे कहते हैं शब्बो।' उनके इस डायलॉग के बाद फैंस भी उन्हें ‘शब्बो’ के नाम से जानने लगे थे। उनके दमदार अभिनय ने हर किसी को अपनी ओर आकर्षित किया था। वही, इसके बाद साल 1973 में फिल्म ‘जंजीर’ रिलीज हुई, जिसमें अमिताभ बच्चन और जया बच्चन की जोड़ी नजर आई थी। इस फिल्म में बिंदु को ‘मोना’ नाम दिया गया था। फिल्म में बिंदु के किरदार का नाम मोना था और इसी वजह से अजीत खान एक्ट्रेस को ‘मोना डार्लिंग’ कहकर बुलाते थे। इसी वजह से कई फैंस आज भी एक्ट्रेस को ‘मोना’ के नाम से जानते हैं

हिट फिल्में

बिंदु ने अपने पूरे करियर में कई फिल्में की हैं, लेकिन ‘हवस’, ‘जंजीर’, ’आया सावन झूम के’, ‘अमर प्रेम’, ‘राजा रानी’,  'मेरे जीवन साथी’, ‘अभिमान’, ‘घर हो तो ऐसा’ और ‘बीवी हो तो ऐसी’ फिल्मों में उन्होंने अपना शानदार अभिनय दिखाया, जिसे आज भी याद किया जाता है। लेकिन ये भी सच्चाई है कि बिंदु को इन फिल्मों में अपने किरदार की वजह से लोगों की नफरत भी झेलनी पड़ी थी। कई बार लोग उन्हें देखते ही गालियां देने लगते थे।

पति के साथ बिजी हैं बिंदु

बिंदु आखिरी बार साल 2008 में रिलीज हुई फिल्म ‘महबूबा’ में नजर आई थीं। इस फिल्म के बाद वह किसी भी प्रोजेक्ट में शामिल नहीं हुई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन दिनों बिंदु अपने पति चंपक लाल जावेरी के साथ पुणे के कोरेगांव में रहती हैं। वह ज्यादा पुणे के रेस कोर्स में स्पॉट की जाती हैं। साल 2012 में बिंदु ने एक इंटरव्यू दिया था, जिसमे उन्होंने कहा था कि वह टीवी सीरियल में काम नहीं करना चाहती हैं। एक्ट्रेस ने कहा था, ‘मैं टीवी शो में काम नहीं करना चाहती थी। इसके बजाय मैं अपनी पुरानी फिल्में देखकर और ट्रेवल करके लाइफ को एन्जॉय कर रही हूं। मेरे हसबैंड को कभी-कभी हमारे खोए हुए बच्चे की याद आ जाती है। अगर वह जिंदा होता तो आज 30 साल का हो गया होता था। मेरे हसबैंड ही मेरे सबसे अच्छे दोस्त हैं। उनके बगैर मैं कुछ भी नहीं।’

फिलहाल, बिंदु आज भी फैंस के दिलों पर राज करती हैं। तो आपको हमारी ये स्टोरी कैसी लगी? हमें कमेंट बॉक्स में बताएं और अगर आप हमें कोई सुझाव देना चाहते हैं, तो जरूर दें। 

(फोटो क्रेडिट: इंस्टाग्राम)
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