By Pooja Shripal Last Updated:
देश की जानी-मानी और बड़ी आईटी कंपनियों में से एक 'इंफोसिस' के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति (Narayana Murthy) और उनकी पत्नी सुधा मूर्ति (Sudha Murty) ने हाल ही में भगवान बालाजी के मंदिर तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) में एक बड़ा दान दिया है, जिसकी अब काफी चर्चा की जा रही है। दरअसल, अपने परोपकारी कार्यों के लिए फेमस दिग्गज कपल ने मंदिर में एक सोने का शंख और सोने की कछुए की मूर्ति दान की, जिनकी कीमत करोड़ों में है।
16 जुलाई 2023 को नारायण मूर्ति व सुधा मूर्ति बालाजी मंदिर पहुंचे और वहां सोने का शंख और कछुए की मूर्ति दान की। उन्होंने 'तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट' के सदस्य ईओ धर्म रेड्डी को शंख और कछुए की मूर्ति को सौंपा। इस खास मौके पर दोनों पति-पत्नी मंदिर के 'रंगनायकुला मंडप' में भी गए।
वैसे, सुधा और उनके पति द्वारा भगवान बालाजी मंदिर में दान करने का यह मौका नहीं है, इससे पहले 'तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) ट्रस्ट' बोर्ड की पूर्व सदस्य और इंफोसिस फाउंडेशन की पूर्व अध्यक्ष सुधा मूर्ति ने मंदिर को एक 'स्वर्ण अभिषेक शंकम' (अनुष्ठान बर्तन) दान किया था।
नारायण मूर्ति और उनकी पत्नी सुधा ने मंदिर में जो शंख और कछुए की मूर्ति दान की है, वे बहुत खास हैं। बताया जा रहा है कि उन्हें स्पेशली डिजाइन किया गया है, जिनका इस्तेमाल अभिषेक के लिए जाता है। इस दान को ‘भूरि’ दान भी कहा जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो दान किए गए शंख और कछुए की मूर्ति का वजन करीब 2 किलो है, जिसकी कीमत 60 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम (तोला) के अनुसार 1.50 करोड़ रुपए है।
बता दें कि नारायण मूर्ति अक्सर धार्मिक कार्यों में शामिल होते हैं और खूब दान करते हैं। वह धार्मिक ग्रंथ 'भगवद गीता' से काफी प्रेरित भी हैं। हाल ही में, उन्होंने खुलासा किया था कि वह 'भगवद गीता' से बहुत प्रेरित हैं। उन्होंने भारतीय महाकाव्य 'महाभारत' के अपने पसंदीदा चरित्र के बारे में भी बात की थी। एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा था, “महाभारत में जिस चरित्र ने मुझे सबसे ज्यादा प्रेरित किया है, वह कर्ण हैं और वह उनकी उदारता के कारण ही हैं। इसी तरह मैं भी बड़ा हुआ हूं।” जब Sudha Murthy ने की थी पति Narayana की आर्थिक मदद, 'Infosys' शुरू करने के लिए दिए थे 10,000 रुपए, पढ़ें पूरी खबर
तिरुमाला तिरुपति बालाजी मंदिर की बात करें, तो आंध्र प्रदेश में स्थित यह मंदिर भारत के सबसे अमीर मंदिरों की लिस्ट में सबसे ऊपर है, जहां बहुत पहले से बहुत दान होता आया है। लगभग 300 ईस्वी में बने भगवान विष्णु के वेंकटेश्वर अवतार के इस बालाजी मंदिर में लगभग हजारों लोग आते हैं। यहां बड़े-बड़े बिजनेसमैन, नेता और सेलिब्रिटीज भी आते रहते हैं और खूब दान करते हैं। ऐसा कहा जाता है कि इस तरह के दान से भगवान वेंकटेश उनकी सभी परेशानियां दूर कर देते हैं।
फिलहाल, नारायण मूर्ति द्वारा 1.50 करोड़ के सोने के शंख और कछुए की मूर्ति के दान किए जाने पर आपका क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।