सारा अली खान ने मां अमृता के बारे में कहा- 'मुझे सिंगल मॉम ने पाला है, मैं उनके जैसी बनना चाहती हूं'

हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में, एक्ट्रेस सारा अली खान ने अपनी मां व एक्ट्रेस अमृता सिंह के दिए हुए संस्कारों के बारे में बात की है। आइए आपको इसके बारे में बताते हैं।

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By Kanika Singh Last Updated:

सारा अली खान ने मां अमृता के बारे में कहा- 'मुझे सिंगल मॉम ने पाला है, मैं उनके जैसी बनना चाहती हूं'

एक्ट्रेस सारा अली खान (Sara Ali Khan) अपनी मां व एक्ट्रेस अमृता सिंह (Amrita Singh) और पिता व एक्टर सैफ अली खान (Saif Ali Khan) की तरह ही ईमानदार और जमीन से जुड़ी हुई पर्सनैलिटी हैं। वह पूरी तरह से आत्मविश्वासी और जीवंत स्वभाव की हैं। सारा को अपनी मां और परिवार से जो संस्कार मिले हैं, उसे वो बेहतर ढंग से निभा रही हैं। अभिनेत्री अपने काम के मामले में भी उतनी ही ईमानदार हैं, जितनी कि अपने निजी जीवन के बारे में। 'बॉम्बे टाइम्स' के साथ हुए एक इंटरव्यू में सारा ने अपने जीवन, करियर और रिश्तों में उतार-चढ़ाव के बारे में बातचीत की है। आइए आपको इसके बारे में बताते हैं।

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सारा से ये पूछे जाने पर कि, 'जैसा कि आपकी फिल्म संकेत देती है, क्या आप मानती हैं कि, एक व्यक्ति एक ही समय में दो लोगों के प्यार में पड़ सकता है?' सारा ने कहा, "प्यार एक बहुत ही व्यक्तिगत घटना है। मैं एक बात में विश्वास करती हूं कि, अपने जीवन में किसी भी तरह का प्यार पाने के लिए सबसे पहले आपको खुद से प्यार करने की जरूरत है। मुझे यह महसूस करने में थोड़ा समय लगा। बाकी अलग-अलग लोगों की अलग धारणाएं हैं।"

सारा अली खान ने अपनी मां अमृता सिंह के बारे में बताया कि, कैसे लोगों ने उनके नरम दिल के कारण उन्हें कुचल दिया। अपनी मां के अनुभव पर विचार करते हुए सारा ने कहा कि, अपनी मां के अनुभव के कारण वह अपनी सॉफ्ट साइड को पूरी तरह से छिपाने में उस्ताद बन गईं, ताकि कोई उनका फायदा न उठा सके। सारा अली खान ने यह भी कहा कि, वह अपनी मां को आदर्श मानती हैं और जीवन के हर एक दिन उनकी तरह बनना चाहती हैं। उन्होंने कहा, "मैं किसी को भी चुलबुली लग सकती हूं और अपने विचारों की स्पष्टता प्रदर्शित कर सकती हूं। लेकिन यह मैं बाहर से हूं। वास्तव में, मैं एक व्यक्ति के रूप में बेहद संवेदनशील हूं। मैं सिर्फ यह जानती हूं कि, आत्मविश्वास के साथ अपने उस पक्ष को कैसे छुपाना है। मैं एक सिंगल मदर के साथ पली-बढ़ी हूं, जो जीवन में जल्दी समझ गई थी कि, यदि आप एक नरम दिल के इंसान हैं, तो आप आसानी से उखड़ जाएंगे। मैं अपनी मां की तारीफ करती हूं और हर दिन उनकी तरह बनने की उम्मीद करती हूं, इसलिए इमोशन को छिपाने की ताकत मुझे वहीं से आती है।"

ये पूछे जाने पर कि, 'क्या यह ज्ञान आपको आपके माता-पिता से मिला है, जो अपनी सोच में स्वतंत्र होने के लिए जाने जाते हैं?' इस पर सारा ने कहा, "बिल्कुल! उन दोनों ने मुझे संतुलन की भावना रखना सिखाया है। फिल्में 'केदारनाथ' और 'सिम्बा' के बाद मैं सोच सकती थी कि, मेरा बस हो गया। मैं खुद को एक कमरे में बंद कर सकती थी। मैंने इनमें से कोई भी काम नहीं किया। आप अपनी फिलिंग्स को अपनी फिल्मों के प्रदर्शन से नहीं जोड़ सकते हैं। मेरी नौकरी मेरे लिए बहुत मायने रखती है। लेकिन अगर आप अपने लिए मायने रखना बंद कर दें, तो जॉब कैसे कर पाएंगे? मेरे जन्म के एक साल पहले मेरी मां ने एक प्रमुख महिला के रूप में काम करना बंद कर दिया था। उन्हें फिल्म 'आईना' (1993) के लिए 'फिल्मफेयर पुरस्कार' मिला और उन्होंने उसी साल काम करना छोड़ दिया था। मेरे पिता ने 17 फ्लॉप फिल्में कीं और फिर वे ऐसे व्यक्ति बन गए, जिन्होंने फिल्म 'हम-तुम' के लिए 'राष्ट्रीय पुरस्कार' सहित कई अन्य पुरस्कार भी जीते। उन्होंने 'ओमकारा' जैसी फिल्में कीं। मैंने उनसे सीखा कि, 'अगर आपका दिल सही जगह पर है और आप कड़ी मेहनत करते हैं, तो आपकी समस्या हल हो गई है।"

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एक्ट्रेस से ये पूछे जाने पर कि, 'आपकी फिल्म 'अतरंगी रे' एक लव ट्राएंगल है। आप एक ऐसी लड़की की भूमिका निभा रही हैं, जो दो पुरुषों के बीच अपना मन नहीं बना सकती। क्या ये बात सिर्फ रोमांटिक रिश्तों तक ही सीमित है?' इस पर सारा ने कहा, "ट्रेलर में एक लाइन है, जिसने लोगों का खूब ध्यान खींचा है। वो ये है कि, 'अगर एक बार एक लड़की को दोनों लड़के मिल जाएंगे, तो क्या आफत आ जाएगी!' मैं ये डायलॉग बोलने के लिए बहुत उत्साहित थी, क्योंकि मुझे लगा कि, यह एक अलग तरीके से बोलना है। जीवन में ये या वो क्यों होना चाहिए? आनंदजी (निर्देशक आनंद राय) ने मुझसे कहा था, यह एक मोटिवेशनल डायलॉग नहीं है और आप इसे इस तरह नहीं कहेंगी। इसे किसी अन्य डायलॉग की तरह ही कहें, क्योंकि तभी लोग इससे रिलेट कर पाएंगे। वह नहीं चाहते थे कि, मैं ऐसे बोलूं, जैसे मैं भाषण या उपदेश दे रही हूं।"

फिलहाल, अमृता सिंह ने अपनी बेटी सारा अली खान को जो संस्कार दिए हैं, वो वाकई बेहतरीन हैं और सारा अपनी जड़ों को अच्छी तरह समझती भी हैं। तो, सारा और अमृता का रिश्ता आपको कैसा लगता है? हमें कमेंट में अवश्य बताएं।

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