By Rinki Tiwari Last Updated:
‘सुरों की रानी’ और ‘स्वर कोकिला’ कही जाने वालीं सिंगर लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) भले ही अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन वह अपनी सुरीली आवाज से लोगों के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगी। लता मंगेशकर को पूरा देश नम आंखों से श्रद्धांजलि दे रहा है। इस बीच उनकी बहन आशा भोसले (Asha Bhosale) ने अपनी दिवंगत दीदी लता संग एक फोटो शेयर करते हुए अपने बचपन को याद किया है। आइए आपको दिखाते हैं वो तस्वीर।
पहले ये जान लीजिए कि, कोरोना वायरस से पीड़ित लता मंगेशकर पिछले 27 दिनों से मुम्बई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में एडमिट थीं। शुरुआत में उनकी तबीयत ठीक थी, लेकिन बीते कुछ दिनों में उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई थी और वह वेंटिलेटर पर थीं। 6 फरवरी 2022 को वह मनहूस दिन था, जब लता मंगेशकर ने 92 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।
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अपनी दीदी लता मंगेशकर के निधन के बाद आशा भोसले ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पुरानी तस्वीर शेयर की। ये फोटो आशा और लता के बचपन की है। इसमें लता जी जमीन पर बैठी हैं, जबकि आशा भोसले कुर्सी पर बैठी हैं।
आशा जी ने इस प्यारी तस्वीर को शेयर करते हुए अपने कैप्शन में अपने गाने के जरिए अपने बचपन को याद किया है। उन्होंने लिखा है, “बचपन के दिन भी क्या दिन थे। दीदी और मैं।” फैंस से लेकर बॉलीवुड सेलेब्स तक, सभी इस पोस्ट पर कमेंट कर रहे हैं।
लता मंगेशकर की बायोपिक लिखने वाले हरीश भिमानी ने ‘आज तक’ को दिए एक इंटरव्यू में ‘सुरों की रानी’ के आखिरी पल के बारे में बात की है। हरीश ने लता के भाई हृदयनाथ मंगेशकर की जानकारी के मुताबिक बताया कि, लता दो दिन पहले तक होश में थीं और वेंटिलेटर पर रहने के दौरान वह अपने पिता के गाने सुन रही थीं। इसके लिए उन्होंने हॉस्पिटल में अपना ईयरफोन भी मंगवाया था।
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जानकारी के मुताबिक, लता मंगेशकर को अपने गाने सुनना पसंद नहीं था। इसलिए वह अपने पिता के गानों को सुन रही थीं। हरीश ने बताया कि, लता मंगेशकर अपने गाने इसलिए नहीं सुनती थीं, क्योंकि उन्हें अपने गानों में कमियां दिखती थीं और उन्हें ये भी लगता था कि, वह इससे और बेहतर कर सकती थीं।
लता मंगेशकर की अचीवमेंट के बारे में बात करें तो, उन्हें अपनी शानदार गायिका और आवाज के लिए ‘भारत की कोकिला’ नाम दिया गया है। लता जी ने काफी छोटी उम्र में ही फिल्मी दुनिया में कदम रखा था और अपने सुरों के जादू से सभी का मन मोह लिया था। उन्होंने इंडस्ट्री में रहने के दौरान, कई तरह के गाने गाए और लगभग 5,000 गानों में अपनी आवाज देकर लोगों को मंत्रमुग्ध किया था। उन्हें ‘दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड’, ‘भारत रत्न’, ‘3 नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स’, ‘4 फिल्मफेयर बेस्ट फीमेल प्लेबैक अवॉर्ड्स’ और ‘फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड्स’ से नवाजा जा चुका है।
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फिलहाल, लता मंगेशकर अपने मंत्रमुग्ध करने वाले गानों से हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेंगी।