By Pooja Shripal Last Updated:
शेफ कुणाल कपूर (Kunal Kapur) इस समय अपनी पत्नी से तलाक के मामले को लेकर काफी सुर्खियों में हैं। दिल्ली हाई कोर्ट ने उनकी अलग रह रही पत्नी की आरोपों को निराधार घोषित करते हुए शेफ की तलाक याचिका को मंजूरी दे दी है। जैसे ही अदालत ने कुछ और फैसले दिए, जो पतियों के लिए फायदेमंद थे, वैसे ही नेटिज़ंस ने कुणाल की लाइफ की कुछ डिटेल्स खोज निकाली और उनके एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर से लेकर अपनी पत्नी को दी जाने वाली एलिमनी तक, लगभग सभी चीजों पर कई दावे किए।
एक 'रेडिट' यूजर ने कुणाल कपूर को उनकी अलग हो चुकी पत्नी से तलाक मिलने की खबर साझा की। हालांकि, इसके साथ ही यूजर ने शेफ के पक्ष में दिए गए अदालत के फैसलों के बारे में भी बात की, जिससे लंबे समय में पतियों को भी फायदा होगा। अदालत ने कहा कि कैसे कुणाल कपूर ने खुद को भारत में प्रसिद्ध शेफ में से एक के रूप में स्थापित किया और उनके दृढ़ संकल्प व कड़ी मेहनत ने उनकी अपार सफलता का मार्ग प्रशस्त किया। ऐसे में उनकी पूर्व पत्नी द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।
बेंच द्वारा कही गई प्रमुख बातों में से एक के अंश, "यहां यह उल्लेख करना प्रासंगिक है कि शादी के 2 साल के भीतर अपीलकर्ता (कुणाल) ने खुद को एक सेलिब्रिटी शेफ के रूप में स्थापित कर लिया है, जो उनकी कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प का प्रतिबिंब है। अगर वह अपने जीवनसाथी पर निर्भर होते या उनकी आवश्यकताओं के लिए ससुराल वालों पर निर्भर होते, तो यह संभव नहीं हो पाता। उपरोक्त तथ्यों को ध्यान में रखते हुए यह मानना विवेकपूर्ण है कि ये प्रतिवादी (शेफ की पत्नी) द्वारा अदालत की नजर में अपीलकर्ता को बदनाम करने के लिए लगाए गए आरोप मात्र हैं और ऐसे निराधार दावों का किसी की प्रतिष्ठा पर प्रभाव पड़ता है और इसलिए, यह क्रूरता के समान है।"
इसके अलावा, अदालत ने कहा कि एक महिला से पूरे घर के लिए काम करने की उम्मीद नहीं की जा सकती। हालांकि, जब एक महिला अपनी स्वतंत्र इच्छा से घर की ज़िम्मेदारियां उठाती है, तो वह ऐसा अपने परिवार के प्रति प्रेम के कारण करती है और इसकी कोई कीमत नहीं लगाई जा सकती। फिर, कुणाल के मामले का हवाला देते हुए, अदालत ने कहा कि इस सब के बीच कोई भी पति-पत्नी अपनी अनुचित मांगों को पूरा करने के लिए दूसरे को दोषी नहीं ठहरा सकते। कोर्ट के मुताबिक ऐसे मामले मानसिक पीड़ा पहुंचाते हैं।
कोर्ट ने कहा, “यह अक्सर मदरहुड का एक स्वाभाविक परिणाम है कि बच्चे के जन्म के बाद, जिम्मेदारियों की भावना बढ़ जाती है जो किसी भी महिला की वर्क लाइफ के संतुलन को बिगाड़ देती है, जिसके लिए पति को दोषी नहीं ठहराया जा सकता है। हालांकि, वर्तमान मामले में अपनी व्यक्तिगत विफलता के लिए जीवनसाथी को दोषी ठहराना केवल पति को उसकी अनुचित मौद्रिक मांगों को पूरा करने के लिए दोषी ठहराने की एक रणनीति के रूप में माना जाता है, जिससे उसे भारी मानसिक पीड़ा होती है। इसलिए, इस न्यायालय की राय है कि प्रतिवादी (शेफ की वाइफ) का ऐसा आचरण क्रूरता के बराबर है।"
जैसे ही 'Redditor' ने कुणाल कपूर के तलाक के संबंध में पीठ के फैसले को पोस्ट किया, वैसे ही नेटिज़ंस ने प्रतिक्रिया देना शुरू कर दिया। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने कुणाल के कथित एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर की ओर भी इशारा किया और कहा कि शेफ अक्सर उनके साथ यात्राओं पर जाते हैं। हालांकि, इसके जवाब में एक अन्य नेटिज़न (जिसने इस मामले में अंदरूनी सूत्र होने का दावा किया था) ने कहा कि कुणाल के साथ उन तस्वीरों में जो लड़की है, वह केवल उनकी अच्छी दोस्त है और इससे ज्यादा कुछ नहीं।
नेटिज़ंस के एक अन्य वर्ग ने दावा किया कि शेफ ने अच्छी-खासी सैलरी होने के बावजूद अपनी अलग रह रही पत्नी को बहुत कम गुजारा भत्ता दिया है। सोशल मीडिया यूजर ने दावा किया कि शेफ ने एनिमनी के तौर पर सिर्फ 25,000 रुपए दिए है, जबकि वह 15 करोड़ रुपए के करीब कमाते हैं। कई अन्य नेटिजंस ने भी इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
फिलहाल, कुणाल के एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर, एलिमनी और अन्य के संबंध में नेटिज़ंस के दावों के बारे में आप क्या सोचते हैं? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।