90 के दशक की पॉपुलर एक्ट्रेस सोनाली बेंद्रे (Sonali Bendre) भले ही अब फिल्मों में कम ही नजर आती हैं, लेकिन टीवी के जरिए वह दर्शकों के साथ जुड़ी रहती हैं। अपनी क्यूट मुस्कान के लिए पसंद की जाने वाली सोनाली ने कैंसर जैसी घातक बीमारी को हराते हुए लाइफ में जबरदस्त कमबैक किया है। हालांकि, एक मां के रूप में अपने बेटे रणवीर बहल को अस्थमा से जूझते हुए देखना उनके लिए बहुत कठिन है, जिसके बारे में हाल ही में एक्ट्रेस ने बात की है।
आगे बढ़ने से पहले बता देते हैं कि सोनाली बेंद्रे ने फिल्ममेकर गोल्डी बहल से शादी की है। कपल को एक बेटे रणवीर बहल का आशीर्वाद प्राप्त है। 'बॉलीवुड बबल' के साथ एक साक्षात्कार में सोनाली ने अपने बेटे रणवीर की अस्थमा से लड़ाई के बारे में बात की। उन्होंने खुलासा किया कि किसी भी महिला के लिए अपने बच्चे को संघर्ष करते देखना बहुत मुश्किल होता है।
उन्होंने कहा, "मेरा बेटा अस्थमा का पेशेंट है। जब आपके आसपास कोई भी इससे प्रभावित नहीं हो रहा है, तो आप यह नहीं सोचते कि यह कोई बीमारी है। तो, हम इसे कैसे आसान बना सकते हैं? आप पर्यावरण को बेहतर बनाते हैं, आप प्रदूषण को कम करते हैं, यह सब बहुत अच्छा है, लेकिन यह एक मां की समस्या का समाधान नहीं करता है, जो उस समय तुरंत चिंतित हो जाती है, जब बच्चा सांस नहीं ले पाता है।''
उसी बातचीत में, सोनाली ने कहा कि उनके बेटे रणवीर को सांस लेने में संघर्ष करते हुए देखना उनके लिए डरावना अनुभव है। उन्होंने बताया, "जब एक बच्चा सांस नहीं ले पाता है और जब आप उसे माता-पिता के रूप में देखते हैं, तो यह डरावना होता है। पूरी दुनिया ठहर सी जाती है और वास्तव में उस वक्त आपके लिए कुछ भी मायने नहीं रखता। सांस बहुत जरूरी है और यही जीवन है। जब आपका बच्चा सांस नहीं ले पाता है, तो यह सबसे डरावनी चीज होती है, जिसे एक मां या पैरेंट ही समझ सकते हैं।”
इसके अलावा, सोनाली ने खुलासा किया कि उनके पिता भी दमा के मरीज थे। इस प्रकार, उन्होंने बचपन से ही लोगों को इस बीमारी से जूझते देखा है। सोनाली ने खुलासा किया कि जब उन्होंने फिल्मों में एंट्री की, तो उनके पिता ने कैसे संघर्ष किया था। हालांकि, अब वह 86 साल के हैं और बीमारी से जूझ रहे हैं।
सोनाली के शब्दों में, "मेरे पिता अस्थमा के मरीज हैं, इसलिए मैंने उन्हें अस्थमा से गुजरते हुए देखा है और यह बहुत डरावना था। तो, मेरे लिए यह एक प्रक्रिया थी, जो उस समय मेरे बचपन से शुरू हुई थी। मेरा मतलब है कि उस समय जब वे सांस नहीं ले पा रहे थे, हमें नहीं पता था कि मेरे पिता जीवित रहेंगे या नहीं।''
सोनाली वास्तव में अपने बेटे रणवीर की एक प्यारी मॉम हैं, जिसका सबूत अक्सर उनके सोशल मीडिया हैंडल से मिल जाता है। जब उनसे दोनों की बॉन्डिंग के बारे में पूछा गया, तो अभिनेत्री ने कहा, "अभी तक, यह देखते हुए कि वह अपनी टीनएज में हैं, यह अच्छा रहा है।" हालांकि, सोनाली ने यह भी बताया कि किस तरह उनके कैंसर ने उनके बेटे को बुरी तरह प्रभावित किया था। उन्होंने साझा किया कि इसने उनके बेटे को इंडिपेंडेंट बना दिया है और अब वह खुद कई चीजों का ध्यान रखने लगे हैं।
जब सोनाली बेंद्रे ने कैंसर सर्जरी के निशान और गंजेपन को बताया था 'डरावना', बॉडी शेमिंग पर भी की थी बात, पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें।
फिलहाल, अपने बेटे के अस्थमा को लेकर किए गए सोनाली के इन खुलासों पर आपकी क्या राय है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।