'अगर किसी चीज को शिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने में लग जाती है।' बॉलीवुड़ के किंग खान का ये डायलॉग शायद इंडस्ट्री के ही एक्टर 'आशुतोष राणा' की किस्मत में शामिल हो गया। तभी तो उन्हें जिस लड़की से प्यार हुआ वो आज उनकी ज़िन्दगी बन चुकीं हैं। एक्ट्रेस रेणुका शहाणे और आशुतोष राणा की शादी को 20 साल पूरे हो चुके हैं, लेकिन इनका रिश्ता अटूट है। इस अटूट रिश्ते को जोड़ने में आशुतोष को बहुत पापड़ बेलने पड़े थे, तब जाकर रेणुका शहाणे से उनकी शादी हो पाई थी।
इस 'दो जिस्म एक जान' माने जाने वाले कपल की प्रेम कहानी जितनी इंस्पायरिंग है, उसकी डगर उससे कहीं ज्यादा मुश्किल थी। इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि कैसे बॉलीवुड के विलेन आशुतोष राणा पर आया रेणुका शहाणे का दिल...
हिंदी फिल्मों के साथ ही मराठी, कन्नड़ और तेलुगू मूवीज में भी अपनी दमदार एक्टिंग से दर्शकों के दिल को जीत लेने वाले एक्टर 'आशुतोष राणा' का दिल हंसल मेहता की फिल्म 'जयते' के प्रीमियर के दौरान एक्ट्रेस 'रेणुका शहाणे' पर आ गया था। 'हम आपके हैं कौन' फेम एक्ट्रेस को देखते ही फिल्म 'दुश्मन' के इस साइको किलर को पहला-पहला वाला प्यार हो गया। जिसके बाद आशुतोष को पार्टी में मौजूद उनकी दोस्त तेजस्विनी कोल्हापुरे ने रेणुका से मिलवाया।
उस वक्त रेणुका का सीरियल 'सैलाब' टीवी पर आता था और 'हम आपके हैं कौन' में इनकी एक्टिंग के चर्चे इंडस्ट्री में गर्म थे। आशुतोष भी रेणुका की एक्टिंग से काफी प्रभावित थे। आशुतोष ने रेणुका के सामने खुद को ये कहकर इंट्रोड्यूज किया था कि 'हम आपके बड़े प्रशंसक हैं।' दोनों की पहली मुलाकात में करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई। बातचीत के दौरान दोनों के मिलते विचारों ने आशुतोष के इरादे को और बल दिया। अब आशुतोष का दिल पूरी तरह उस खूबसूरत चेहरे पर आ गया था। (ये भी पढ़ें: बेटे की शादी में अजहरुद्दीन की एक्स वाइफ संगीता बिजलानी ने की शिरकत, तलाक के 9 साल बाद हुआ सामना)
अपना दिल हार बैठे आशुतोष ने सही मौका देखकर डायरेक्टर रवि रॉय से रेणुका का फोन नंबर ले लिया। दरअसल, रवि ने अपने घर पर दिवाली की पार्टी रखी थी, जिसमें आशुतोष शूटिंग में व्यस्त होने की वजह से नहीं पहुंच सके थे। मगर, जब आशुतोष को इस बारे में पता चला कि रेणुका वहां आई थी, तो उन्हें अपने न पहुंच पाने पर बहुत अफसोस हुआ था। इसके बाद उन्होंने रवि से रेणुका का फोन नं. लेकर उन्हें कॉल किया, लेकिन प्रोटोकॉल फॉलो करने वाली रेणुका रात 10:00 बजे के बाद कोई फोन नहीं उठाती थीं। तब आशुतोष ने वॉइस मेल पर अपने नाम के साथ दिवाली की बधाई का मैसेज छोड़ा। जिसके बाद दोनों के बीच में बातचीत शुरू गई थी।
एक इंटरव्यू के दौरान रेणुका ने इस बारे में बताया था कि 'डायरेक्टर रवि रॉय ने अपने घर पर दीपावली की पार्टी रखी थी, जिसमें आशुतोष नहीं आ पाए थे। अगले दिन मुझे दीपावली की शुभकामनाएं वाला आशुतोष का वॉइस मेल मिला, उस दिन 17 अक्टूबर था। उसके बाद फिर उसने (आशुतोष राणा) मुझे 19 और 20 अक्टूबर 1998 को भी मैसेज किया, तभी से हमारे बीच बातचीत का सिलसिला शुरू हुआ।'
बधाई सन्देश मिलने के बाद से ही दोनों के बीच काफी दिनों तक मैसेज पर ही बात हुआ करती थी, जिसके बाद रेणुका ने आखिरकार अपना पर्सनल नंबर आशुतोष के साथ शेयर किया। आशुतोष के साथ नंबर शेयर करने के बाद ही रेणुका का प्रोटोकॉल टूट गया था और उन्होंने पहले ही दिन आशुतोष से 10 बजे के बाद बात की थी।
इस बात का खुलासा खुद रेणुका ने एक इंटरव्यू के दौरान किया था, 'उनसे (आशुतोष राणा) बात करते वक़्त मैं थोड़ा अजीब महसूस कर रही थी, लेकिन पहले ही दिन हमारी करीब 1 घंटे तक बातचीत हुई और उस दिन मैंने अपना प्रोटोकॉल तोड़कर 10:30 बजे आशुतोष से बात की थी।'
बिजी शेड्यूल के कारण 3 महीने तक आशुतोष-रेणुका मिल नहीं सके थे, दोनों कॉल पर ही घंटों बातें किया करते थे। लेकिन जहां चाह हो, वहां राह जरूर होती है और आखिरकार 31 दिसंबर 1998 को पूरे 3 महीने बाद दोनों की मुलाकात हुई थी। (ये भी पढ़ें: सुहागरात में मच्छरों वाले रूम में गौरी को करना पड़ा था शाहरुख का वेट, जाने ऐसे ही कई अनसुने किस्से)
रेणुका गद्य और आशुतोष कविताओं के बेहद शौकीन थे। आशुतोष अक्सर रेणुका को रातों में अपनी और अपने पसंदीदा कवि रामधारी सिंह दिनकर की कविताएं सुनाया करते थे। उस वक्त हैदराबाद में शूटिंग कर रहे आशुतोष ने रेणुका को प्रपोज करने का मन बनाया और उनके लिए एक कविता लिखी थी, जिसको सुनते ही उन्होंने भी झटपट अपने प्यार का इज़हार आशुतोष से कर दिया था। मगर खुद को प्यार में डूबता देख रेणुका ये बात भूल गई थीं कि वो तलाकशुदा हैं और आशुतोष से 4 साल बड़ी हैं। बाद में उन्हें जब इस बात का एहसास हुआ, तो वो शादी की बात से दूर भागने लगी थीं।
रेणुका का पहले तलाक हो चुका था, ऐसी स्थिति में वो शादी को लेकर थोड़ा संदेह में थी, पर आशुतोष इस शादी के लिए बिल्कुल तैयार थे। लेकिन, शादी में एक परेशानी तब और बढ़ गई थी, जब रेणुका की मां को आशुतोष की फैमिली के बारे में पता चला था।
एक इंटरव्यू के दौरान रेणुका ने बताया था, कि 'शादी में असमंजस तब और बढ़ी जब मेरी मां को आशुतोष के फैमिली बैकग्राउंड का पता चला था। आशुतोष मध्य प्रदेश के छोटे गांव और 12 सदस्यों की फैमिली में पले थे।'
अंत में दोनों के बीच अच्छा तालमेल देखकर रेणुका की मां ने शादी के लिए हां कर दिया और रेणुका को भी यह समझ में आ गया था, कि ज़िंदगी के सफर में हमसफर का साथ जरूरी है। इसके बाद में दोनों ने अपनी शादी को कुछ दोस्तों के साथ ट्रेडिशनल स्टाइल में करने का फैसला लिया। आशुतोष के धार्मिक गुरु ने शादी को आशुतोष के जन्म स्थान दमोह, मध्य प्रदेश से करने की सलाह दी थी, जिसके बाद इन दोनों ने हिंदू धर्म के रीति-रवाजों के साथ सात जन्मों तक संग रहने की कसमें खाई थीं। (ये भी पढ़ें: जब ईशा देओल ने भरत तख्तानी को जड़ दिया था थप्पड़, फिर ऐसे दोनों आए करीब)
अपनी शादी के दिनों की प्लानिंग को याद करते हुए रेणुका ने कहा था, "हम चाहते थे कि यह सरल रहे क्योंकि आशुतोष के आध्यात्मिक गुरु ने इसे इसी तरह से चाहा था। हमें सादगी ठीक लगती है क्योंकि हमारे पास पूरी तरह से शादी की व्यवस्था करने का समय नहीं था।"
लेकिन, आशुतोष-रेणुका का यह आइडिया धरा का धरा रह गया था। दोनों लोग जब दमोह स्टेशन पर उतरे तो वहां पर दोनों के फैंस से पूरा स्टेशन भर चुका था। वहां पैर रखने तक की भी जगह नहीं थी।
रेणुका ने एक इंटरव्यू में उन दिनों को याद करते हुए कहा था, "हम 25 तारीख को सुबह दमोह स्टेशन पहुंचे और दोपहर 12 बजे शादी का कार्यक्रम तय किया गया था। हम स्टेशन को देखकर सन्न रह गए थे। हमने पूरे स्टेशन को एक राजनैतिक रैली की तरह लोगों की भीड़ से भरे हुए पाया। जीप जो हमें रिसीव करने आई थी, वहां तक जाने के लिए हमें सचमुच अपना रास्ता खोजना पड़ा और फिर हम जीप में खड़े होकर सड़क के दोनों ओर लगी भीड़ को हाथ लहराते हुए गए।"
अपनी वर्सटाइल एक्टिंग के लिए मशहूर एक्टर आशुतोष राणा और एक्ट्रेस रेणुका शहाणे की शादी को 20 साल पूरे हो चुके हैं। दोनों एक-दूसरे के साथ हंसी-ख़ुशी अपना जीवन बिता रहे हैं। इन दोनों के दो बच्चे (सत्येंद्र और शौर्यमन) हैं, जो इन दोनों के मजबूत रिश्ते की डोर की निशानी हैं।
एक इंटरव्यू के दौरान रेणुका ने बताया था, कि मैंने हमेशा आशुतोष का गुस्सैल बर्ताव बड़ी सरलता और सच्चाई के साथ झेला और हमेशा उनका साथ निभाया है। उसी का नतीजा है कि हम दोनों खुशहाल और शादीशुदा जीवन अपने दो बच्चों सत्येंद्र और शौर्यमन के साथ बिता रहे हैं।'
रेणुका का कहना है कि 'आशुतोष आज भी उनके लिए बेहद पजेसिव हैं, लेकिन साथ ही वह एक परफेक्ट पति भी हैं।'
'कहते हैं दुनिया में जिसको उसका पहला प्यार मिल जाए वो दुनिया का सबसे खुशनसीब इंसान होता है।' आशुतोष राणा उन्हीं में से एक हैं। हम तो यही चाहेंगे कि इन दोनों की जोड़ी को किसी की नज़र न लगे और दोनों सात जन्मों तक एक-दूसरे के संग रहें। फिलहाल, आपको हमारी ये स्टोरी कैसी लगी? कमेंट करके जरुर बताएं और यदि हमारे लिए कोई सुझाव हो, तो अवश्य दें।