दिवंगत बॉलीवुड अभिनेत्री मीना कुमारी (Meena Kumari) अपनी जनरेशन की मोस्ट पॉपुलर एक्ट्रेसेस में से एक थीं। वह शालीनता और सुंदरता का प्रतीक थीं। एक सफल अभिनेत्री होने के बावजूद उनकी पर्सनल लाइफ कभी भी खूबसूरत नहीं रही। 'ट्रेजडी क्वीन' के नाम से मशहूर मीना कुमारी के जीवन में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन उन्होंने बिना किसी पछतावे के अपना जीवन एक प्रोफेशनल की तरह जिया। कम उम्र में शादी करने से लेकर अधिक शराब पीने तक, उन्होंने बहुत कुछ सहा। हालांकि, मीना कुमारी ने क्वीन साइज लाइफ जीना जारी रखा।
हाल ही में, हमें कमाल अमरोही द्वारा निर्देशित उनकी आखिरी फिल्म 'पाकीजा' के सेट से मीना कुमारी की एक अनदेखी तस्वीर मिली। 60 के दशक की शुरुआत में क्लिक की गई इस तस्वीर में दिवंगत अभिनेत्री को ग्रीन कलर का अनारकली सूट पहने हुए दिखाया गया है, जिसे कथित तौर पर खुद उन्होंने डिजाइन किया था।
उन्होंने अपने लुक को मैचिंग दुपट्टे और पिंक कलर के चूड़ीदार से पूरा किया था। उनके आउटफिट पर प्योर गोल्डन की जटिल कढ़ाई का काम हुआ था, जो अनुभवी कारीगरों द्वारा किया गया था। हैवी गोल्डन ज्वेलरी के साथ अपने लुक को संवारते हुए मीना बेहद खूबसूरत लग रही थीं।
बता दें कि मीना कुमारी पहले से शादीशुदा कमाल अमरोही (जो तीन बच्चों के पिता भी थे) के प्यार में पागल थीं। वह महज 18 वर्ष की थीं, जब उन्होंने 14 फरवरी 1952 को एक सीक्रेट निकाह सेरेमनी में अपने से कहीं अधिक उम्र के व्यक्ति कमाल अमरोही से शादी कर ली थी।
हालांकि, मीना अपने पति कमाल के साथ शादी में घरेलू दुर्व्यवहार का शिकार हो गईं और अंततः 1968 में उनका तलाक हो गया। बाद में मीना शराब की लत में डूब गई थीं, जिसके कारण उनका स्वास्थ्य धीरे-धीरे बिगड़ता गया। अभिनेत्री ने महज 38 साल की उम्र में 31 मार्च 1972 को इस दुनिया को अलविदा कह दिया।
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क्या आप जानते हैं कि अपनी आखिरी फिल्म 'पाकीजा' की रिलीज के एक महीने बाद ही मीना कुमारी का निधन हो गया था? बता दें कि अभिनेत्री को अपनी असामयिक मृत्यु से पहले आखिरी कुछ दिनों में इतनी आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा था कि उनका परिवार उनके अस्पताल में भर्ती होने की फीस भी नहीं चुका सका था।
साल 2014 में 'रेडिफ' के साथ एक थ्रोबैक साक्षात्कार में निर्देशक बिमल रॉय की बेटी रिंकी रॉय भट्टाचार्य ने इसके बारे में खुलासा किया था कि मीना कुमारी का परिवार अस्पताल से उनके शव को लेने के लिए 3500 रुपए का भुगतान करने में असमर्थ था। रिंकी ने कहा था, "जब उच्च क्षमता की इस सिनेमा की देवी ने 31 मार्च 1972 की दोपहर 3:25 बजे सेंट एलिजाबेथ के नर्सिंग होम में अंतिम सांस ली, तो उनके परिवार के पास डेड बॉडी को लेने के लिए महज 3,500 रुपए नहीं थे।"
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महज़बीन बानो के रूप में जन्मीं मीना कुमारी भारतीय फिल्म इंडस्ट्री की भरोसेमंद अभिनेत्रियों में से एक थीं। उन्होंने अपने अभिनय करियर की शुरुआत एक बाल कलाकार के रूप में 1939 की फिल्म 'लेदरफेस' से की थी। मीना को 'बैजू बावरा', 'पाकीज़ा', 'गजल', 'परिणीता', 'काजल', 'कोहिनूर', 'साहिब बीबी और गुलाम', 'दिल अपना', 'प्रीत पराई' और 'दिल एक मंदिर' जैसी फिल्मों में उनके यादगार किरदार के लिए जाना जाता है। अपने 33 साल के सफल करियर में मीना ने कुल 90 फिल्मों में काम किया।
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फिलहाल, 60 के दशक की शुरुआत की मीना कुमारी की इस दुर्लभ तस्वीर से हम सरप्राइज हैं। तो आपको ये कैसी लगी? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।