By Shivakant Shukla Last Updated:
दिग्गज फिल्म निर्माता रामानंद सागर (Ramanand Sagar) लगभग हर भारतीय के दिल में एक खास जगह रखते हैं। इसके पीछे का कारण यह है कि उन्होंने ही क्रिटिक्स द्वारा सराहे गए टेलीविजन शो 'रामायण' को लिखा और निर्देशित किया था। भारत में रामानंद सागर की 'रामायण' सनातनियों के लिए सिर्फ एक शो नहीं बल्कि उनकी संस्कृति का हिस्सा है। जिस तरह से रामानंद सागर ने 'रामायण' का निर्देशन किया और कहानी व उसके पात्रों की छोटी से छोटी डिटेल्स पर काम किया, वह उनकी संस्कृति और इतिहास के प्रति उनके प्रेम के बारे में बताता है।
इतने सालों के बाद भी 'रामायण' के मुख्य कलाकार दीपिका चिखलिया, अरुण गोविल और सुनील लहरी (जिन्होंने क्रमशः 'देवी सीता', 'भगवान राम' और 'लक्ष्मण' की भूमिका निभाई) का हर व्यक्ति द्वारा सम्मान किया जाता है। इन वर्षों में हमने 'रामायण' के कलाकारों और क्रू-मेंबर्स से कई कहानियां सुनी हैं, लेकिन अभी भी कई अनसुनी कहानियां हैं।
आज हम ऐसी ही एक यादगार घटना के बारे में बताने जा रहे हैं, जो 'रामायण' के सेट पर घटी थी। बता दें कि एक बार एक पुराने साक्षात्कार में रामायण के निर्देशक रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर ने एक दिलचस्प घटना साझा की थी, जो सेट पर हुई थी, जब उनके पिता भगवान राम के बचपन के एक प्रमुख सीन की शूटिंग कर रहे थे।
प्रेम सागर ने खुलासा किया था कि उनके पिता रामानंद सागर 'कागभुशुण्डि' नामक कौवे के साथ राम लला की चंचल बातचीत को शूट करना चाहते थे। सीक्वेंस में रामानंद सागर चाहते थे कि कौआ राम लला के साथ खेले और उनका खाना चुराने की कोशिश करे।
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इसके अलावा, उसी साक्षात्कार में प्रेम सागर ने कहा था कि उनके पिता रामानंद सागर ने क्रू के लगभग सभी लोगों को बाहर जाकर एक कौआ लाने के लिए कहा था। काफी मशक्कत के बाद कुछ कौवों को क्रू-मेंबर्स ने पकड़ा और सेट पर लाए। हालांकि, उनमें से कुछ उड़ गए और केवल एक कौवा बचा। कई लोगों ने रामानंद सागर से कहा कि 'कौवे के पैर बांध दो अन्यथा यह भी उड़ जाएगा', लेकिन निर्देशक को भगवान पर भरोसा था और उन्होंने कुछ ऐसा किया, जिसने सभी को हैरान कर दिया।
रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर के मुताबिक, डायरेक्टर कौवे के पास पहुंचे और बोले- ''हे कागभुशुण्डि जी, मैं मुसीबत में हूं, मेरी मदद करें, हमें ये एपिसोड अगले हफ्ते भेजना है, इसे लाखों लोग देखेंगे।'' जैसे ही उन्होंने अपनी प्रार्थना पूरी की, कौवा चमत्कारिक ढंग से बाल्यावस्था के राम के चारों ओर घूमने लगा।
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कौवा बच्चे के साथ खेलने लगा और उड़ा नहीं, रामानंद सागर अपने सीन के लिए यही चाहते थे। इस घटना से रामायण के सेट पर मौजूद हर कोई हैरान रह गया था। बता दें कि 'कागभुशुण्डि' एक कौवा थे, जो बड़े होने पर भगवान राम के साथ खेलते थे। वह भगवान राम का बचा हुआ भोजन खाते थे, क्योंकि वह जानते थे कि भगवान राम भगवान विष्णु के सातवें अवतार थे।
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फिलहाल, 'रामायण' के सेट की इस घटना पर आपका क्या कहना है? हमें कमेंट करके जरूर बताएं।